Thursday, 15 November 2018
Islamic sawal jawab
सवाल.? हुजूर सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम पर दरूद शरीफ पढ़ने की कितनी सूरते हें।
जवाब.* 6 सूरते हैं (1) फर्ज (2) वाजिब (3) सुन्नत (4) मुस्तहब (5) मकरूह (6) हराम"
(1) फर्ज. पूरी जिंदगी में एक बार पढ़ना फर्ज है।
(2)वाजिब. जब जब हुजूर का नाम लिया जाए हर बार पढ़ना वाजिब है लेकिन सही कॉल यह है कि एक बार वाजिब और हर बार मुस्तहब है।
(3)सुन्नत. नमाज के आखिरी कायदे में और नमाज ए जनाजा की दूसरी तकबीर के बाद दरूद शरीफ पढ़ना सुन्नत है।
(4)मुस्तहब. रात और दिन में जब जब मौका मिले पढ़ना मुस्ताहब है।
(5)मकरूह आखरी फायदे और दुआए क़ुनूत के इलावा नमाज के किसी रुक्न में दुरुद पडना मकरूह है।
(6)हराम. दरूद शरीफ की जगह"सलअम या अम या सोद का सिरा लिखना हराम व नाजाइज़ हें।
(तहतावी पेज157+खाजीन 5 पेज 225+रददुल मोहतार 1 पेज 363+फतावा अफरिका पेज 45)
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